

चौधरी बहादुर सिंह भोभिया और स्वामी केशवानंद जी के साथ प्रबंध समिति लगाएंगी महान भूमि दाता ठाकुर गोपाल सिंह की प्रतिमा।

विद्यापीठ में स्टाफ के निवास की समस्या का हल करने के लिए प्रबंध समिति अपने आय स्रोतों से निर्माण करवा रही है 12 आवासग्रहों का।
आज ग्रामोत्थान विद्यापीठ ने अपने स्वार्गीण 106 साल पूर्ण कर 107वें वर्ष में कदम रखने जा रही है। इस उपलक्ष्य में ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया ने अपना 107वां स्थापना दिवस संस्था के संस्थापकों और उन्नायकों को श्रद्धांजलि-स्मरणांजलि अर्पित कर मनाया। सर्वप्रथम सर छाटूराम स्मारक संग्रहालय के पास स्थित ग्रामोत्थान विद्यापीठ के संस्थापक चौधरी बहादुर सिंह भोबिया जी की प्रतिमा पर सचिव सुखराज सिंह सलवारा, प्रबंध समिति के सदस्यगणों, संस्था के विभागाध्यक्षों एवं अन्य पधारे गणमान्य व्यक्तियों द्वारा माल्यार्पण किया गया तथा पास में स्थित स्वामी केशवानंद स्मृति स्थल में स्वामी जी महाराज को पुष्पांजलि अर्पित की गई। एसकेएम पब्लिक स्कूल के स्टाफ सदस्यों ने तिलक लगाकर आए हुए मेहमानों का स्वागत किया।
इसके बाद संस्था के प्राचीनतम उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थित ऐतिहासिक संध्या चौक पर पंचायती मंदिर संगरिया के आचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रों के उच्चारणों के साथ हवन का आयोजन किया गया। स्वामी केशवानंद जी तथा चौधरी बहाुदर सिंह जी के साथ ग्रामोत्थान विद्यापीठ को निर्माण हेतु अपनी भूमि दान करने वाले ठाकुर गोपाल सिंह जी को भी स्मरणांजलि अर्पित की गई। हवन की पूर्णआहूति के उपरांत विद्यालय प्रशासन द्वारा हलवे का प्रसाद तथा मौसमी बीमारियों दूर करने हेतु हर्बल काढें का वितरण किया गया। हवन के बाद एसकेएम पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा सुदंर भजनों की प्रस्तुति भी की गई। अतिथि के रूप में पधारे श्री शिवरतन जी सीबीओ ने सभा का संबोधित करते हुए स्वामी जी को नमन किया तथा कहा कि मैं विद्यापीठ का पूर्व छात्र रहा हूं। यहां से पढे छात्र-छात्राएं आज प्रदेश के साथ-साथ देश में अपना तथा विद्यापीठ का नाम रोशन कर रहे है। उन्होनें विद्यापीठ को हर प्रकार से संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। पूर्व प्राचार्य केआर मोटसरा जी ने अपने सम्बोधन में विद्यापीठ प्रबंध समिति, कर्मचारियों के कार्यों की सराहना की।
संस्था सचिव सुखराज सिंह सलवारा ने अपने सम्बोधन की शुरूआत भोबिया जी, स्वामी जी तथा ठाकुर गोपाल सिंह जी को नमन करते हुए की। उन्होंने पधारे हुए सभी अतिथियों, पूर्व कर्मचारियों तथा अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों का कार्यक्रम में पधारने पर स्वागत व हार्दिक धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अगर भोबिया जी इस स्कूल की नींव नहीं रखते तथा ठाकुर गोपाल सिंह जी इस जाट संस्था को भूमि दान नहीं करते तो इसका वर्तमान स्वरूप सोचना भी असंभव था। जो महान कार्य चौधरी बहादुर सिंह जी भोबिया ने किया और मैं मानता हूं कि जो कार्य ठाकुर जी ने किया,इसलिए वो भी भोबिया जी के बराबर सम्मान के अधिकारी है। अपने फौजी साथी के एक बार कहने पर 14 बीघा के ज्यादा भूमि दान करने वाली महान आत्मा ठाकुर गोपाल सिंह जी की याद में विद्यापीठ में स्वामी जी तथा भोबिया जी के साथ एक प्रतिमा लगाने का फैसला किया है, हालांकि यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था पर मैं इस देरी के लिए क्षमाप्रार्थी भी हूं। उन्होंने पूर्व कर्मचारियों तथा वर्तमान कर्मचारियों से मिल रहे अपार सहयोग की भी सराहना की तथा धन्यवाद किया। उन्होंने हर वर्ग के छात्रछात्राओं को गुणात्मक शिक्षा के साथ सभी सुविधाओं भी देने पर जोर दिया।
उन्होंने बताया कि हमारे यहां अच्छी फैक्लटी के अध्यापकों के लाने में बड़ी समस्या रहती है जो उनके निवास गृहों की है। इस समस्या को दूर करने के लिए विद्यापीठ अपने आय स्रोतों से करोड़ो की लागत से 12 आवासगृहों का निर्माण कार्य जारी है जो जल्द ही तैयार हो जाएंगे। राजस्थान में पहली बार इस निर्माण तकनीक से भवन निर्माण की शुरूआत, स्वामी जी तथा विद्यापीठ के कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर मेरे साथी साकेत मेहरा जी ने ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया में किया। उन्होंने बताया किया हम अब तक इस निर्माण तकनीक का प्रशिक्षण 15 से 20 लोगों को दे चुके है तथा भविष्य में केवीके संगरिया में इस तकनीक के प्रशिक्षण का सेंटर खोलने जा रहे हे। सभी अतिथियों से आग्रह किया कि आप निर्माणाधीन आवासगृहों का भ्रमण अवश्य करें तथा हमारी कमियां तथा सुझाव भी देवें।
सुखराज सिंह सलवारा ने यह भी बताया कि जो आर्थिक समस्या स्वामी जी को शुरूआती समय ( 1932) में आई थी,उनके समांतर आर्थिक समस्याएं 2011 में हमारे सामने भी आई। कर्मचारियों का समायोजन हो गया तथा सरकार ने अनुदान बंद कर दिया। परंतु स्वामी जी के आशीर्वाद से हमारा हौंसला नहीं गिरा हमने अपने आय स्रोतो को बढाया तथा पूर्व कर्मचारियों को बकाया भुगतान किया तथा संस्था को भी विकास पद पर दौड़ाने का काम भी किया। पूर्व कर्मचारियों का भी पूर्ण सहयोग रहा। आज संस्था अपने आय स्रोतो से हजारों कर्मचारियों का वेतन भुगतान कर रही है तथा पूर्व कर्मचारियों की गेच्यूटी, वेतन, पीएल आदि के भुगतान कर रही। हमें कहते हुए गर्व है आप हमारे पास इतनी आय है कि हम किसी से कुछ मांगें बिना भी विकास कार्य कर सकते है। उन्होंने बताया कि हम आज केवीके संगरिया में एक हर्बल पौधों नर्सरी का शुभांरभ करने जा रहे है जिसमें हर प्रकार के हर्बल पौधे निकटतम भविष्य में आप सभी को उचित मूल्य पर उपलब्ध होगें। साथ में उन्होंने विद्यापीठ में आम जनता के लिए ऑपन जिम खोलने का भी कहां।
इसके उपरांत कार्यक्रम में पधारे सभी महानुभावों ने सचिव ग्रामोत्थान विद्यापीठ के साथ निर्माणधीन आवासग्रहों का भ्रमण किया। जिसमें सुखराज सिंह सलवारा ने सबको बताया कि भवन निर्माण की इस तकनीक का प्रयोग हमारे साथी श्री साकेत मेहरा के सहयोग से पहली बार यहां विद्यापीठ में किया गया है। इसके निर्माण में प्रयोग होने वाले सभी वस्तुओं का विद्यापीठ में ही उत्पादन किया गया है। इस निर्माण में करोड़ों रूपयों का खर्च होगा जो संस्था अपने आय स्रोतों से कर रही है। इसमें किसी सरकारी योजना या अन्य किसी से कोई आर्थिक सहायता नहीं ली गई है। उन्होंने में इसके प्रयोग होने वाली सभी तकनीकों को बारे में उपस्थ्ति सभी महानुभावों को बताया है। सभी ने विद्यापीठ तथा प्रबंध समिति के कार्य की सहारना की।
स्थापना दिवस के अंतिम कार्यक्रम के रूप में हर्बल पार्क का उद्घाटन केवीके, संगरिया में किया गया। जिसमें डॉ अनूप कुमार ने बताया कि मानव जीवन में हर प्रकार की बिमारियों से लड़ने में प्रयोग होने वाले औषधिए पौधों की नर्सरी तैयार की जाएंगी तथा उचित मूल्यों पर आम जनता को मौहिया करवाई जावेगी। इसके साथ सचिव महोदय के साथ आएं हुए मेहमानों के केवीके में चल रही सभी मानव व किसान उपयोगी इकाईयों का भी भ्रमण किया।
इस अवसर पर संस्था सचिव सुखराज सिंह सलवारा, प्रबंध समिति के सदस्य हनुमान गोयल, श्रीमती संतोष अग्रवाल, सोहन मरेजा, एडवोकेट छोटूराज विश्नोई, हरबिन्द्र जी गर्ग, बार संध अध्यक्ष, सरकारी अधिकारी श्री शिवरतन सीबीओ, भूपेन्द्र सुथार, राधेश्याम कोटी प्रधानाचार्य राजकीय विद्यालय, संगरिया के पार्षद रामेश्वर शास्त्री तथा विजेन्द्र कस्वां, संगरिया स्काउट शाखा से श्री राजेश भुवाल, गुलाब सिंह, ओमप्रकाश कोटी तथा मूूल चंद शर्मा, संस्था के पूर्व कर्मचारिया में श्री वजीर सिंह ,राकेश ढाका, रमेश जोशी, श्रीमती वीरपाल कौर, नरेन्द्र शर्मा, रणवीर सिंह, डॉकेआर मोटसरा, ओपी यादव, कुष्ण यादव, बस्ती राम तथा कैलाश वर्मा, गजेन्द्र शर्मा, महेन्द्र सहारण, जगदीश सहारण, रामलाल बिस्सु, राजीव सिहाग, राजकिंगरा समाजसेवी, साहब राम ज्याणी, साकेत मेहरा (आप का निवास फर्म के मालिक) इत्यादि। इसके इलावा ट्रस्ट से श्री बलराम स्वामी विभागाध्यक्ष डा.सुरेन्द्र कुमार सहारण, प्रो.दर्शन सिंह, श्री एसके मुरारी, डॉ अनूप कुमार, श्री विनोद राव, प्रो. आदित्य तूर, श्रीमती स्नहेलता गाबा, नरेन्द्र थापन, रघुवीर नैन गोविंद शर्मा, कमलेश कुमार गोस्वामी, लखवीर शर्मा तथा विद्यापीठ स्टॉफ छात्र -छात्राए आदि। ग्रावि उमा विद्यालय के स्काउट व एनसीसी छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन तथा सेवाभाव सहारनीय रहा। मंच संचालन एसकेएम प्राचार्य एसके मुरारी द्वारा किया गया।