सोनू निगम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिया पद्मश्री

Share News

सोनू निगम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया। बीते महीने सोनू निगम ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह अवॉर्ड नहीं लेंगे। उनकी नाराजगी इस बात पर थी कि उन्हें यह सम्मान इतना देर से दिया जा रहा है। उनके बाद आने वाले लोगों को यह सम्मान काफी पहले मिल चुका है। सोनू ने बोला था कि वह पद्म श्री लेने का वक्त पीछे छोड़ चुके हैं और मैंने उस दिशा में सोचना बंद भी कर दिया है। सोनू ने यह भी बताया था कि उन्हें पता है कि उनका नाम किसने नॉमिनेट किसने किया था। 

लंबे वक्त बाद मिला पद्म श्री

निगम भारत के लेजंडरी सिंगर हैं। प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया के ट्विटर हैंडल से उनके बारे में पोस्ट शेयर किया गया जिसमें लिखा था, प्रेसीडेंट कोविंद ने श्री सोनू निगम को पद्म श्री से सम्मानित किया। एक जाने-माने गायक और म्यूजिक डायरेक्टर जिन्होंने 28 भाषाओं में 6000 से ज्यादा गाने गाए। 

इंटरव्यू में निकाली थी भड़ास

सोनू निगम ने बीते महीने बॉलीवुड हंगामा को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह पद्म श्री स्वीकार नहीं करेंगे। अगर पद्म श्री के लिए कॉल आई तो इस पर क्या जवाब देंगे, यह भी सोच रखा था। सोनू ने सोचा था कि पूछेंगे कि कुछ ज्यादा लेट नहीं हो गया अवॉर्ड? हालांकि मिनिस्ट्री ऑफ अफेयर्स से फोन आया तो उन्होंने खुद कहा कि काफी लेट है लेकिन उनके काम का सम्मान करना चाहते हैं। इस पर सोनू निगम ने जवाब दिया था, आप लोग मुझे पद्म श्री अब दे रहे हैं? आप लोग मुझे लंबे वक्त से चिढ़ा रहे हैं। हम लोग भी इंसान हैं, हमें भी लालच होता है। क्या कोई ऐसा इंसान भी है जिसे अवॉर्ड दिया जाए और खुशी न हो?

सही वक्त पर मिले तो होती है खुशी

जिन्हें मिलता नहीं है, वे ही ये सब बोलते हैं। सही वक्त पर तारीफ मिले तो खुशी होती है। देर से मिला न्याय, न्याय नहीं होता। अब  बहुत देर हो चुकी, आप मुझे अब पद्मश्री दे रहे हैं। मैं उस वक्त को पीछे छोड़ चुका। मैंने उस दिशा में देखना ही छोड़ दिया। सोनू ने बताया था कि मुझे पता है कि मुझे किसने नॉमिनेट किया था। वह महान क्लासिकल सिंगर हैं। मैं उनसे पूछूंगा कि मैं उनके नाम का खुलासा कर सकता हूं या नहीं।

Leave a Reply

यहां / नीचे दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां जन संदेश की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।