जन संदेश न्यूज नेटवर्क
नूंह: कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने ‘अवैध’ आप्रवासियों की 200 से अधिक झोपडिय़ों को ध्वस्त कर दिया है जो कथित तौर पर हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई की हिंसक झड़पों में शामिल थे। पिछले चार वर्षों में नूंह के टौरू इलाके में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन पर अवैध रूप से झुग्गियां बनाई गई थीं और कथित तौर पर बांग्लादेश से आए अवैध अप्रवासियों द्वारा इनमें निवास किया गया था। बताया गया है कि बुलडोजर वाला एक्शन करीब चार घंटे तक चला।
चल रही है जांच
बीते गुरुवार को भारी पुलिस दल के साथ जिला अधिकारियों द्वारा विध्वंस अभियान चलाया गया। हिंसा की जांच करते समय पुलिस ने पाया कि अधिकांश प्रदर्शनकारियों ने टौरू और उसके आसपास पथराव किया था और झड़पों के दौरान दुकानों, पुलिस और लोगों को निशाना बनाया था। सीसीटीवी फुटेज और वीडियो का विश्लेषण करने पर, पुलिस ने उन घरों की पहचान कीए जहां से सबसे ज्यादा पथराव किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि नूंह में 50 से अधिक स्थानों पर इसी तरह का विध्वंस अभियान चलाया जाएगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि संबंधित एजेंसियों द्वारा विध्वंस किया गया था और हमने पुलिस सहायता प्रदान की थी। आगे की जांच चल रही है।
पुलिस की ओर से मेवली, शिकारपुर, जलालपुर और शिंगार गांवों में भी कॉम्बिंग अभ्यास किया गया। 31 जुलाई को विहिप द्वारा आयोजित बृज मंडल यात्रा पर हमला होने और वाहनों को आग लगाने के बाद दंगे भडक़ उठे। नूंह में अब तक 55 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 141 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नूंह जिले के मौजूदा हालात पर एसपी नूंह वरुण सिंगला का कहना है कि अब तक करीब 55 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 141 गिरफ्तारियां हुई हैं। पूछताछ और जांच जोरों पर चल रही है। हम लगातार सुरागों पर काम कर रहे हैं। कई न्यायिक हिरासत में चले गए और बाकी लोग रिमांड पर हैं।