अगर अभी भाजपा सरकार ने डबवाली को जिला नहीं बनाया तो इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर पहली कलम से डबवाली को जिला बनाया जाएगा – अभय सिंह चौटाला

In हरियाणा
July 18, 2024
Share News

डबवाली को जिला बनाने के लिए अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

चंडीगढ़ – डबवाली को जिला बनाने की मांग को लेकर ‘‘डबवाली जिला बनाओ अभियान समिति’’ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा और डबवाली को जिला बनवाने की मुहिम में समर्थन करने का अनुरोध किया। इस पर अभय सिंह चौटाला ने ज्ञापन सौंपने आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि अगर अभी भाजपा सरकार ने डबवाली को जिला नहीं बनाया तो इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर पहली कलम से डबवाली को जिला बनाया जाएगा।
अभय सिंह चौटाला ने वीरवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को एक पत्र लिख कर डबवाली को जिला बनाने का अनुरोध किया। पत्र में जिला स्तर पर प्रशासनिक कार्यों के लिए स्थानीय लोगों को आ रही दिक्कतों का उल्लेख करते हुए कहा कि डबवाली से सिरसा जिला मुख्यालय की दूरी लगभग 65 कि.मी. है जो कि लोगों की प्रशासनिक कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए बहुत ज्यादा है। ऐसे में लोगों को कई वर्षों से प्रशासनिक कार्यों के लिए डबवाली से सिरसा आने जाने में समय और पैसा दोनों ही अधिक खर्च करना पड़ता है।

जिला न बनाए जाने के कारण डबवाली कई मायनों में बहुत पिछड़ा इलाका हो गया है। डबवाली इलाके के लोगों ने पहले भी जिला बनाने की मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल से की थी। तब इसके लिए मुख्यमंत्री ने चार मंत्रियों की एक कमेटी का गठन किया था। प्राप्त सूचना के अनुसार सरकार द्वारा गठित कमेटी डबवाली को पूर्ण जिला बनाने के लिए सिफारिश कर चुकी है। सरकार द्वारा डबवाली को जिला बनाने की घोषणा करने के बाद भी आजतक डबवाली को जिला नहीं बनाया जाना दुखद है। डबवाली हलके के लोगों की प्रशासनिक कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए डबवाली को तुरंत प्रभाव से जिला घोषित किया जाए।

Leave a Reply

यहां / नीचे दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां जन संदेश की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।